वो तुम थे
जब भी आईने में खुद को देखता ,
तुम को खुद में लिपटा पाता ,
जब भी तुम मेरे बांहो में होते
तीनो जहा को यू ही जीत जाता ,
जब भी तुम मुझ से दूर जाते
समय बस वही थम जाता,
जब भी तुम्हे याद करता
खुद के गम यू भूल जाता ,
जब भी तुम्हे खुश देखता
मेरे ख़ुशी का ठिकाना न होता .
क्योंकि वो तुम ही थे ............ by daou.....
जब भी तुम मेरे साथ होते खुशियो का खज़ाना होता
जब भी पलके झपकाता एक प्यारी सी हँसी को पता ,
जब भी आईने में खुद को देखता ,
तुम को खुद में लिपटा पाता ,
जब भी तुम मेरे बांहो में होते
तीनो जहा को यू ही जीत जाता ,
जब भी तुम मुझ से दूर जाते
समय बस वही थम जाता,
जब भी तुम्हे याद करता
खुद के गम यू भूल जाता ,
जब भी तुम्हे खुश देखता
मेरे ख़ुशी का ठिकाना न होता .
क्योंकि वो तुम ही थे ............ by daou.....
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