Wednesday 10 August 2016
वो तुम थे
वो तुम थे
जब भी आईने में खुद को देखता ,
तुम को खुद में लिपटा पाता ,
जब भी तुम मेरे बांहो में होते
तीनो जहा को यू ही जीत जाता ,
जब भी तुम मुझ से दूर जाते
समय बस वही थम जाता,
जब भी तुम्हे याद करता
खुद के गम यू भूल जाता ,
जब भी तुम्हे खुश देखता
मेरे ख़ुशी का ठिकाना न होता .
क्योंकि वो तुम ही थे ............ by daou.....
जब भी तुम मेरे साथ होते खुशियो का खज़ाना होता
जब भी पलके झपकाता एक प्यारी सी हँसी को पता ,
जब भी आईने में खुद को देखता ,
तुम को खुद में लिपटा पाता ,
जब भी तुम मेरे बांहो में होते
तीनो जहा को यू ही जीत जाता ,
जब भी तुम मुझ से दूर जाते
समय बस वही थम जाता,
जब भी तुम्हे याद करता
खुद के गम यू भूल जाता ,
जब भी तुम्हे खुश देखता
मेरे ख़ुशी का ठिकाना न होता .
क्योंकि वो तुम ही थे ............ by daou.....
KHOOBSURAT
KHOOBSURAT
दिल है चाहता यही की तुझे देखते रहू,
कितनी फ़ुर्सत से उपर वाले ने तुझे बनाया होगा
सायेद तेरी सूरत का दीवाना वो भी होगा,
दिल कहता है जिसकी तलाश थी बरसो से आज जाके मिला हू उस से
समझ नही आता कैसे बयान करू तेरी खूबसूरती का,
उनकी आँखो मे सजे काजल का दीवाना हो गया मैं
उनकी प्यारी सी मुस्कुराहट का कायल हो गया
नींद चुरा ली आँखो की ख्वाबो मे न्यारे हो गये,
जो थे बेगाने आज वही सब से प्यारे हो गये.
तू इतनी खूबसूरत है की क्या बयान करू तेरी खूबसूरती का......
by daou...........
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